मंत्री अशोक चौधरी ने जनसंवाद के बहाने बरबीघा में अपनी पकड़ को बताया
शेखपुरा।
रविवार को बरबीघा विधानसभा की राजनीति एक बार फिर गरमा गई जब राज्य सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने जन संवाद कार्यक्रम के माध्यम से अपनी ताकत का जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस अवसर पर उन्होंने ढाई सौ करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का उल्लेख करते हुए बरबीघा को सर्वाधिक योजनाओं से लाभान्वित करने की बात कही।
साथ ही बरबीघा में अपनी पकड़ को बताते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि बरबीघा के हर बूथ पर किधर खिड़की है और दरवाजा किस तरफ खुलता है, सब उनको पता है।
यह भी कहा कि यह पौधा बरबीघा के लोगों के द्वारा लगाया गया है और इसके फल पर उनका ही अधिकार है।
मंत्री ने यह भी कहा कि आज उनके पास हर मंत्री और सांसद, विधायक को विकास के लिए आना पड़ता है और वह सबसे बरबीघा के विकास में योजना देने के लिए कहते हैं । यह आपका दिया गया ताकत ही है।
मंत्री ने घोषणा की, कि आजादी के बाद पहली बार फिरंगी बिगहा गांव में पुल का निर्माण किया जाएगा, जहां अब तक ग्रामीणों को नदी पार कर आना-जाना पड़ता था। इसके साथ ही जयरामपुर, मुरारपुर और उखदी सड़कों के विकास की बात भी सामने आई। बरबीघा के लिए एक नया बायपास भी प्रस्तावित है, जो सरमेरा हाईवे से सुभानपुर होते हुए अम्मा बिगहा तक चौड़ी सड़क के रूप में तैयार किया जाएगा।
कार्यक्रम तो सरकारी था, लेकिन इसमें जदयू और भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं समेत जिले भर से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। मंच पर मंत्री को सम्मान देने और माला पहनाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मालदह गांव के बुजुर्ग नुनु सिंह ने मंच के नीचे से ही माला पहनाकर मंत्री को आशीर्वाद दिया, जिसने भावनात्मक माहौल पैदा कर दिया।
मंत्री अशोक चौधरी ने बरबीघा की जनता को भावुक करते हुए कहा कि उन्होंने यहीं से राजनीति सीखी और सामान्य सीट से चुनाव लड़ने पर जो समर्थन मिला, वह उनके लिए बेहद खास है। साथ ही उन्होंने अपने या परिवार के चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लगाते हुए स्पष्ट कर दिया कि वह इस दिशा में विचार नहीं कर रहे।
मंच से उन्होंने वरिष्ठ नेता सुरेश सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि 2010 के कठिन समय में उन्होंने साथ दिया, भले ही आज नाराज हों। वहीं, उन्होंने क्षेत्र के चार प्रमुख नेताओं—राम नरेश बाबू, भागवत बाबू, सहदेव बाबू और नित्यानंद सिंह—की प्रतिमाएं क्रमशः मालदह, बेलाव, शेरपर और मेहूस में लगाने की घोषणा की। बताया कि सभी प्रतिमाएं बनकर तैयार हैं।
कार्यक्रम में दूर-दराज के गांवों से लोग भीषण गर्मी के बावजूद पहुंचे। चित्रकार अंकित त्रिवेदी ने मंत्री और सांसद को अपने द्वारा बनाए गए स्केच भेंट कर सबका ध्यान खींचा।
यह आयोजन एक ओर जहां विकास योजनाओं की सौगात लेकर आया, वहीं दूसरी ओर यह एक राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन भी बन गया, जिसने बरबीघा की राजनीति को एक नई दिशा दी।