भारत की बेटियों ने रचा इतिहास, झूम उठा पूरा देश — महिला विश्व कप 2025 पर टीम इंडिया का कब्ज़ानवी मुंबई, डीवाई पाटिल स्टेडियम से:भारत की बेटियों ने रविवार की शाम इतिहास रच दिया। महिला वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में भारत ने साउथ अफ्रीका को 52 रनों से हराकर पहली बार विश्व कप की ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
जैसे ही आखिरी विकेट गिरा, पूरा स्टेडियम “भारत माता की जय” के नारों से गूंज उठा। देशभर में जश्न का माहौल छा गया — सड़कों पर आतिशबाज़ी, ढोल-नगाड़े और सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़ आ गई।फाइनल में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट पर 298 रन बनाए।

जवाब में अफ्रीकी टीम 45.3 ओवरों में 246 रन पर ढेर हो गई। भारत ने 52 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इससे पहले 2005 और 2017 में भारत फाइनल तक पहुंचा था, लेकिन खिताब से चूक गया था। इस बार इतिहास ने करवट ली — और भारत की बेटियों ने सपना सच कर दिखाया।भारत की बल्लेबाज़ी – शेफाली का तूफान और दीप्ति की मजबूतीटीम की शुरुआत दमदार रही। स्मृति मंधाना (45) और शेफाली वर्मा (87) ने पहले विकेट के लिए 104 रनों की साझेदारी कर ठोस नींव रखी। शेफाली की 78 गेंदों की विस्फोटक पारी में 7 चौके और 2 छक्के शामिल थे। मध्यम क्रम में जेमिमा रोड्रिग्ज़ (24) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (20) ने उपयोगी योगदान दिया। अंतिम ओवरों में ऋचा घोष (34 रन, 24 गेंद) और दीप्ति शर्मा (58 रन) ने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी कर स्कोर को लगभग 300 तक पहुंचा दिया।अफ्रीका की पारी – दीप्ति शर्मा का जादूलक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में मैच पलट दिया। दीप्ति शर्मा ने घातक गेंदबाज़ी करते हुए 5 विकेट चटकाए। उन्होंने अफ्रीकी कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट (101 रन) सहित कई महत्वपूर्ण बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा।देशभर में जश्न, प्रधानमंत्री ने दी बधाईप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर टीम को बधाई देते हुए कहा, “हमारी बेटियों ने क्रिकेट के मैदान पर नया इतिहास रचा है। यह जीत देश के हर नागरिक के लिए गर्व का क्षण है।”यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों के सपनों की जीत है। भारतीय महिला क्रिकेट की ये गौरवगाथा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी — “भारत की बेटियों ने सचमुच झुका दिया दुनिया का सिर, और ऊँचा किया तिरंगा।”