मनु स्मृति जलाकर सिगरेट सुलगाने और चिकेन बनाने के मामले में जबरदस्त बवाल
पटना-शेखपुरा
राजद की प्रदेश नेत्री और जिला के चांदी गांव निवासी प्रिया दास द्वारा मनु स्मृति पुस्तक जलाकर सिगरेट घराने के मामले में कई संगठनों के भीतर खिचखिच चल रही है,मगर कोई सार्वजनिक रूप से इस मुद्दे पर खुलकर सामने आने को तैयार नहीं हैं। इस मुद्दे पर प्रिया दास अपने स्टैंड पर खड़ी हैं और कहती हैं ढोंग तथा ढकोसलों को जलाने के लिए सांकेतिक रूप से यह काम किया है।
प्रिया दास राजद महिला प्रकोष्ठ में प्रदेश सचिव हैं। प्रिया की माता ललिता देवी बहुजन समाज पार्टी की जिलाध्यक्ष रह चुकी हैं। इस बाबत ब्राह्मण एकता मंच के जिलाध्यक्ष आचार्य निरंजन पांडे तथा विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष अरुण भगत प्रिया दास पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का हथकंडा अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा है नासमझी में ऐसे अर्द्ध ज्ञानी लोग इस तरह का नाटक करते हैं। मनु स्मृति तब की शासन और सामाजिक व्यवस्था थी।
हरा चमकाने के लिए बीच-बीच मे इस तरह का स्वांग
धीरे-धीरे शिक्षा और मानव का बौद्धिक विकास हुआ तो व्यवस्थाएं भी बदलती रही, मगर कुछ लोग स्वयं का चेहरा चमकाने के लिए बीच-बीच मे इस तरह का स्वांग रचते रहते हैं। हम कुछ उल्टी-सीधी बात बोलकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ना नहीं चाहते। फोन से संपर्क करने पर प्रिया दास ने बताया मनु स्मृति ढोंग और पाखंड से भरा हुआ है और यह सामाजिक विभेद पैदा करता है। इसमें जाति व्यवस्था के साथ नारियों को लेकर भी अमानवीय बातें कही गई है।
जहां तक मनुस्मृति जलाकर सिगरेट धराने की बात है तो प्रिया कहतीं हैं ,हमने सांकेतिक रुप से नारी का मजबूत पक्ष रखने के लिए यह किया है। देश के लिए संविधान से बढ़कर कोई दूसरा ग्रन्थ नहीं हो सकता,मगर कुछ लोग संविधान की अपेक्षा मनु स्मृति जैसे कुटिल किताबों को अधिक महत्व देते हैं। प्रिया की माता ललिता देवी भी अपनी पुत्री के कदम का समर्थन करते हुए कहा है मनु स्मृति में बहुजन को अपमानित किया गया है।