बिहार में हुआ था भारत का सबसे बड़ा रेल हादसा, 750 लोगों की गई थी जान
न्यूज़डेस्क
ओडिसा के बालासोर में रेल हादसे में 288 लोगों के मौत की अधिकृत जानकारी दी गई है। जबकि 11 सौ लोग इसमें घायल हुए हैं । वही इस रेल हादसे को अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है। उधर, देश में सबसे बड़ा रेल हादसा 1981 में बिहार में हुआ जिसमें 750 लोगों की जान चली गई थी।
देश में हुए बड़े रेल हादसे
20 नवंबर 2016 :
कानपुर से 60 किलोमीटर दूर पुखरायां में इंदौर राजेंद्रनगर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इसमें 152 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 260 घायल हुए थे।
28 मई 2010 :
पश्चिम बंगाल में झाड़ग्राम के पास जनेश्वरी एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। बाद में एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। हादसे में 148 की मौत हो गई थी।
• 09 सितंबर 2002 :
बिहार के रफीगंज में धावे नदी पर बने पुल पर हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। इसमें 140 लोगों की जान चली गई थी। इस घटना में आतंकवादियों का हाथ होने की बात कही गई थी।
• 02 अगस्त 1999:
उत्तर फ्रंटियर रेलवे के कटिहार डिविजन के गाइसाल स्टेशन पर ब्रह्मपुत्र मेल, अवध असम एक्सप्रेस से टकरा गई थी। इसमें 285 से अधिक की मौत हो गई थी और 300 घायल हुए थे। इसमें बड़ी संख्या में सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ के जवान हादसे का शिकार हुए थे।
26 नवंबर 1998 :
पंजाब के खन्ना में फ्रंटियर गोल्डन टेंपल मेल के पटरी से उतरे तीन डिब्बों से जम्मू तवी सियालदह एक्सप्रेस टकरा गई थी। इसमें 212 यात्रियों की मौत हो गई थी।
20 अगस्त 1995 :
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के पास खड़ी कालिंदी एक्सप्रेस से पुरुषोत्तम एक्सप्रेस की टक्कर हो गई थी। इसमें 305 लोगों की मौत हो गई थी।
छह जून 1981 :
सबसे भीषण ट्रेन दुर्घटना बिहार में हुई थी। बदला घाट-धमारा घाट स्टेशन के बीच बागमती नदी पर बने पुल को पार करने के दौरान ट्रेन नदी में गिर गई थी। इसमें 750 से अधिक लोगों ने जान गंवाई थी।
• 23 दिसंबर 1964 :
पंबन धनुषकोडी पैसेंजर ट्रेन रामेश्वरम में चक्रवात की चपेट में आ गई थी। इसमें 126 यात्रियों की मौत हो गई थी।